The Relaxing Mantras
Feed your soul with these relaxing mantras and then check how you are feeling from inside .Your experience may disclose somewhat hidden property of yourself or of your soul .Find out what you feel...Listen to them .
Japa Kusum Sankaasham
Japa Kusum Sankaasham
lyrics -
Om japa kusum samkaasham
Kaashyapeyam mahadyutim
Tamorimsarva paapaghnam
prantosmin divakaram
I pray to the Sun ,The Day Maker
Destroyer of all sins,The enemy of Darkness
Having great Brilliance,The descendent of Kshyap,
or One who Shines like Japaa Flower .
Shiva Sankalp Suktam
Shiv Sankalp Suktam
Lyrics -
यज्जाग्रतो दूरमुदैति दैवं तदु सुप्तस्य तथैवैति
दूरंगमं ज्योतिषां ज्योतिरेकं तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yajjagrato Duramudaiti Daivam Tadu Supatasya Tathaivaiti
Durangamam jyotisam jyotirekam tanme manah sivasankalpmastu
दूर जाता जागरण में जो बहुत
और उतना ही चला करता
जब सब सुप्त रहते
ज्योतियों में ज्योति जो है एक
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
येन कर्माण्यपसो मनीषिणो यज्ञे कृण्वन्ति विदथेषु धीराः
सदपूर्वं यक्षमन्तः प्रजानां तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yen Karmanyapaso Manishido Yagye Krinwanti Vidtheshu Dheeraah
Sadpurvam Yakshamantah Prajanaam Tanme Manah Shivsankalpmastu
कर्म में होते निरत जिससे मनीषी
व्रती का संकल्प पूरा कराता जो
यज्ञ में बन शक्ति अद्भुद् जो प्रतिष्ठित
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
यत्प्रज्ञानमुत चेतो धृतिश्च यज्ज्योतिरन्तरमृतं प्रजासु
यस्मान्न ऋते किं चन कर्म क्रियते तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yatpragyanmut Cheto Dhritisha Yajjyotirantarmritam pragyasu
Yasmanna Rite Kinchan Karma Kriyate Tanme Manah Shivasankalpmastu
ज्ञानमय, विज्ञानमय, धृतिशील
सब प्राणियों में जो रहा करता
है तेज बनकर
नहीं किंचित् कर्म होता बिना जिसके
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
येनेदं भूतं भुवनं भविष्यत् परिगृहीतममृतेन सर्वम्
येन यज्ञस्तायते सप्तहोता तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yenedam Bhutam Bhuvanam Bhavishyat Parigrihitammriten Sarvam
Yen Yagyastaayte Saptahotata Tanme Manah Shivasankalpmastu
भूत, भावी, सतत वह जो
अमृतवत् सबकुछ संजोता
हविर्दाता सात रूपों में
जगत विस्तार करता
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
यस्मिन्नृचः साम यजूंषि यस्मिन् प्रतिष्ठिता रथनाभाविवाराः
यस्मिश्चित्तं सर्वमोतं प्रजानां तन्मे मनः शिव संकल्पमस्तु ।
Yasminnrichah Saam Yajunshi Yasmin Pratistha Rathanabhavivarah
Yasmishchittam Sarvamotam Pragyanaam Tanme Manah Shiva Sankalpmastu
अरे जैसे चक्र में रथ के हुआ करते
साम, ऋक्,यजु में प्रतिष्ठित वह
प्राणियों के चित्त ओत प्रोत जिससे
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
सुसारथिरश्वानिव यन्मनुष्यान्नेनीयतेऽभीशुभिर्वाजिन इव
हृत्प्रतिष्ठं यदजिरं जविष्ठं तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Susarthirswaniva Yanmanushyananneniyateabhishubhirvajina ev
Hritpratishtham Yadjiram Javishtham Tanme Manah Shivasankalpmastu
सारथी रथ की कुशल वल्गा लिए
नियंत्रित गतिशील कर ज्यों अश्वदल
अथक् द्रुत जो
प्रणियों के हृदय स्थित
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
I pray to the Sun ,The Day Maker
Destroyer of all sins,The enemy of Darkness
Having great Brilliance,The descendent of Kshyap,
or One who Shines like Japaa Flower .
Shiva Sankalp Suktam
Shiv Sankalp Suktam
Lyrics -
यज्जाग्रतो दूरमुदैति दैवं तदु सुप्तस्य तथैवैति
दूरंगमं ज्योतिषां ज्योतिरेकं तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yajjagrato Duramudaiti Daivam Tadu Supatasya Tathaivaiti
Durangamam jyotisam jyotirekam tanme manah sivasankalpmastu
दूर जाता जागरण में जो बहुत
और उतना ही चला करता
जब सब सुप्त रहते
ज्योतियों में ज्योति जो है एक
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
येन कर्माण्यपसो मनीषिणो यज्ञे कृण्वन्ति विदथेषु धीराः
सदपूर्वं यक्षमन्तः प्रजानां तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yen Karmanyapaso Manishido Yagye Krinwanti Vidtheshu Dheeraah
Sadpurvam Yakshamantah Prajanaam Tanme Manah Shivsankalpmastu
कर्म में होते निरत जिससे मनीषी
व्रती का संकल्प पूरा कराता जो
यज्ञ में बन शक्ति अद्भुद् जो प्रतिष्ठित
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
यत्प्रज्ञानमुत चेतो धृतिश्च यज्ज्योतिरन्तरमृतं प्रजासु
यस्मान्न ऋते किं चन कर्म क्रियते तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yatpragyanmut Cheto Dhritisha Yajjyotirantarmritam pragyasu
Yasmanna Rite Kinchan Karma Kriyate Tanme Manah Shivasankalpmastu
ज्ञानमय, विज्ञानमय, धृतिशील
सब प्राणियों में जो रहा करता
है तेज बनकर
नहीं किंचित् कर्म होता बिना जिसके
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
येनेदं भूतं भुवनं भविष्यत् परिगृहीतममृतेन सर्वम्
येन यज्ञस्तायते सप्तहोता तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Yenedam Bhutam Bhuvanam Bhavishyat Parigrihitammriten Sarvam
Yen Yagyastaayte Saptahotata Tanme Manah Shivasankalpmastu
भूत, भावी, सतत वह जो
अमृतवत् सबकुछ संजोता
हविर्दाता सात रूपों में
जगत विस्तार करता
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
यस्मिन्नृचः साम यजूंषि यस्मिन् प्रतिष्ठिता रथनाभाविवाराः
यस्मिश्चित्तं सर्वमोतं प्रजानां तन्मे मनः शिव संकल्पमस्तु ।
Yasminnrichah Saam Yajunshi Yasmin Pratistha Rathanabhavivarah
Yasmishchittam Sarvamotam Pragyanaam Tanme Manah Shiva Sankalpmastu
अरे जैसे चक्र में रथ के हुआ करते
साम, ऋक्,यजु में प्रतिष्ठित वह
प्राणियों के चित्त ओत प्रोत जिससे
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
सुसारथिरश्वानिव यन्मनुष्यान्नेनीयतेऽभीशुभिर्वाजिन इव
हृत्प्रतिष्ठं यदजिरं जविष्ठं तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु ।
Susarthirswaniva Yanmanushyananneniyateabhishubhirvajina ev
Hritpratishtham Yadjiram Javishtham Tanme Manah Shivasankalpmastu
सारथी रथ की कुशल वल्गा लिए
नियंत्रित गतिशील कर ज्यों अश्वदल
अथक् द्रुत जो
प्रणियों के हृदय स्थित
वही मेरा मन
सदा शिव संकल्पकारी हो ।
Relaxing music narrating Ram Ram
Ram Ram
Lyrics -
Ram Ram Data Ram
Ram Ram Sita Ram
Relaxing Flute music
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Om Chanting at 396 Hertz
Listen to Om Chanting at 396 hz
Shanti Mantra
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Lyrics -
Om Sahnavavtu sah nau bhunaktu sah veeryam karyavahe
Tejasvi na vadheetamastu ma vidvishavahe
Om Shanti Shanti Santihi
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